Gold Price Today: भारतीय सर्राफा बाजार में 28 मार्च 2025 को सोने और चांदी की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) की रिपोर्ट के अनुसार, 24 कैरेट शुद्ध सोना अब ₹89,306 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया है। गुरुवार की शाम को इसका भाव ₹88,417 था, यानी एक ही दिन में ₹889 की बढ़ोतरी हुई है। वहीं चांदी भी पहली बार ₹1 लाख प्रति किलो के ऐतिहासिक स्तर को पार कर गई है। शुक्रवार सुबह चांदी का भाव ₹1,00,934 प्रति किलो दर्ज किया गया, जो गुरुवार शाम के ₹99,775 से ₹1,159 अधिक है।
अलग-अलग शुद्धता के सोने के दाम
सोने की कीमत उसकी शुद्धता के आधार पर अलग-अलग होती है। 24 कैरेट (999 प्योरिटी) सोना सबसे शुद्ध माना जाता है और इसकी कीमत भी सबसे अधिक होती है। IBJA के अनुसार, 22 कैरेट (916 प्योरिटी) सोने की कीमत शुक्रवार सुबह ₹81,804 प्रति 10 ग्राम हो गई है, जो गुरुवार शाम को ₹80,990 थी। इसी तरह 18 कैरेट (750 प्योरिटी) सोने का भाव ₹66,980 और 14 कैरेट (585 प्योरिटी) सोने का भाव ₹52,244 प्रति 10 ग्राम पहुंच गया है। हर शुद्धता के सोने में ₹500 से ₹900 तक की बढ़ोतरी देखने को मिली है।
चांदी ने छुआ शतक
इस बार विशेष रूप से चांदी की कीमतों में भारी उछाल देखा गया है। लंबे समय बाद चांदी ने ₹1 लाख प्रति किलो का आंकड़ा पार किया है। यह छोटे निवेशकों के लिए अच्छा संकेत है, क्योंकि अब उनकी दिलचस्पी फिर से चांदी में बढ़ रही है। 999 शुद्धता वाली चांदी का भाव शुक्रवार सुबह ₹1,00,934 प्रति किलो दर्ज किया गया है। इस प्रकार का उछाल कई सालों में पहली बार देखने को मिला है।
ग्राहकों के लिए जरूरी जानकारी
ग्राहकों के लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि IBJA द्वारा जारी किए गए रेट मूल दर हैं। जब आप सोने-चांदी के गहने खरीदते हैं, तो इन दरों पर 3% GST और ज्वैलर्स का मेकिंग चार्ज अलग से जुड़ता है। इसलिए बाजार में गहनों की कीमत IBJA की दरों से अधिक होती है। खरीदारी से पहले हमेशा बिल की पूरी जानकारी लेनी चाहिए। अगर आप घर बैठे सोने-चांदी के ताजा भाव जानना चाहते हैं, तो 8955664433 पर एक मिस्ड कॉल दे सकते हैं या फिर IBJA की आधिकारिक वेबसाइट ibjarates.com पर जाकर अपडेटेड रेट देख सकते हैं।
सोने-चांदी के दाम बढ़ने के कारण
सोने और चांदी के दामों में इस तेजी के पीछे कई कारण हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डॉलर की कमजोरी से सोना और चांदी महंगे हो गए हैं। भारत में रुपये की कमजोरी से आयात महंगा हो जाता है, जिससे सोने-चांदी की कीमत बढ़ती है। दूसरी ओर, वैश्विक राजनीतिक अस्थिरता के कारण भी सोने को सुरक्षित निवेश माना जाता है। भारत में मार्च-अप्रैल के समय शादियों का मौसम शुरू हो जाता है, जिससे सोने की मांग में अचानक वृद्धि होती है।
निवेशकों और ग्राहकों के लिए सलाह
मौजूदा समय में सोने और चांदी की कीमतें अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई हैं। निवेशकों के लिए यह अच्छा मौका हो सकता है, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार की स्थिति को देखते हुए आने वाले समय में कीमतें और बढ़ सकती हैं। लेकिन जो लोग गहने खरीदने की सोच रहे हैं, उन्हें थोड़ा इंतजार करना चाहिए। कीमतें स्थिर होने पर ही गहनों की खरीदारी करनी चाहिए। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि त्योहारी सीजन खत्म होने के बाद कीमतों में थोड़ी गिरावट आ सकती है।
अस्वीकरण: यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से है। इसमें दी गई जानकारी और सलाह व्यक्तिगत निवेश निर्णयों के लिए पर्याप्त नहीं है। निवेश से पहले विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें।