LPG Gas New Rate: भारत में गैस सिलेंडर, डीजल और पेट्रोल की कीमतों में कभी स्थिरता नहीं देखी जाती है। समय-समय पर इनके दामों में उतार-चढ़ाव होता रहता है। एक बार फिर पेट्रोलियम कंपनियों ने 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर के दामों में परिवर्तन किया है। यह बदलाव देश के सभी प्रमुख महानगरों में देखने को मिल रहा है। दिल्ली से लेकर कोलकाता तक सिलेंडर की कीमत में महंगाई देखी जा रही है। हालांकि उपभोक्ताओं के लिए राहत की बात यह है कि घरेलू गैस सिलेंडर (14 किलोग्राम) की कीमतों में अभी कोई परिवर्तन नहीं किया गया है, जिससे आम नागरिकों को राहत मिली है।
पेट्रोलियम कंपनियां कैसे तय करती हैं एलपीजी गैस सिलेंडर के दाम
भारत में एलपीजी गैस सिलेंडर के दामों का निर्धारण देश की तीन प्रमुख पेट्रोलियम कंपनियां करती हैं – इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC), हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL) और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL)। ये कंपनियां हर महीने एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों की समीक्षा करती हैं और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों, विदेशी मुद्रा दर और अन्य कारकों के आधार पर इनके दामों में बदलाव करती हैं। इस प्रक्रिया में सरकारी नीतियों का भी प्रभाव पड़ता है, विशेष रूप से घरेलू गैस सिलेंडर के मामले में, जहां सरकार द्वारा सब्सिडी दी जाती है।
दिल्ली में कमर्शियल गैस सिलेंडर के नए दाम
देश की राजधानी दिल्ली में कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर के दामों में वृद्धि देखी गई है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन से प्राप्त जानकारी के अनुसार, वर्तमान समय में 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत 1803 रुपये हो गई है। अगर हम बीते फरवरी महीने की बात करें तो उस समय इसकी कीमत 1797 रुपये थी, जबकि जनवरी में इसकी कीमत 1804 रुपये थी। इस प्रकार फरवरी के मुकाबले मार्च में कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत में 6 रुपये की वृद्धि हुई है। यह बढ़ोतरी रेस्तरां, होटल और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के लिए परेशानी का कारण बन सकती है।
कोलकाता, मुंबई और अन्य महानगरों में कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम
कोलकाता में कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत में भी बढ़ोतरी देखी गई है। वर्तमान में कोलकाता में 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत 1913 रुपये हो गई है, जबकि पहले इसकी कीमत 1907 रुपये थी। इस प्रकार कोलकाता में 6 रुपये की वृद्धि हुई है। महानगर मुंबई की बात करें तो यहां कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत अब 1755.50 रुपये हो गई है, जबकि फरवरी महीने में यह 1749.50 रुपये थी। मुंबई में भी कीमत में लगभग 6 रुपये की वृद्धि हुई है। इस प्रकार देश के सभी प्रमुख महानगरों में कमर्शियल गैस सिलेंडर के दामों में वृद्धि देखी जा रही है।
घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में स्थिरता
जहां एक ओर कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर के दामों में वृद्धि हुई है, वहीं दूसरी ओर घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। आम घरों में इस्तेमाल होने वाले 14 किलोग्राम गैस सिलेंडर को रसोई गैस सिलेंडर कहा जाता है। इंडियन ऑयल समेत सभी पेट्रोलियम कंपनियों ने घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत में किसी प्रकार का कोई भी बदलाव नहीं किया है। यह आम नागरिकों के लिए राहत की बात है, क्योंकि महंगाई के इस दौर में घरेलू बजट पर अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा।
दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में घरेलू गैस सिलेंडर के वर्तमान दाम
वर्तमान में देश के विभिन्न महानगरों में घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर के दाम अलग-अलग हैं। दिल्ली में घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत 803 रुपये है। कोलकाता में यह दाम सबसे अधिक है, जहां एक सिलेंडर की कीमत 829 रुपये है। महानगर मुंबई में घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर का दाम 802.50 रुपये है, जो दिल्ली से भी कम है। दक्षिणी राज्य तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत 818.50 रुपये है। इस प्रकार विभिन्न शहरों में दामों में अंतर है, जो परिवहन लागत, स्थानीय करों और अन्य कारकों के कारण होता है।
कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने का व्यापार पर प्रभाव
कमर्शियल गैस सिलेंडर के दामों में वृद्धि का सबसे अधिक प्रभाव होटल, रेस्टोरेंट, ढाबे और अन्य खाद्य व्यवसायों पर पड़ेगा। इन व्यवसायों में एलपीजी गैस का उपयोग बड़े पैमाने पर किया जाता है, और इसके दामों में वृद्धि से उनकी संचालन लागत में बढ़ोतरी होगी। इससे उनके मुनाफे पर असर पड़ सकता है या फिर वे इस बढ़ी हुई लागत को अपने ग्राहकों पर स्थानांतरित कर सकते हैं, जिससे खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि हो सकती है। छोटे व्यवसायों के लिए यह स्थिति और भी चुनौतीपूर्ण हो सकती है, जो पहले से ही महंगाई से जूझ रहे हैं।
भविष्य में एलपीजी गैस सिलेंडर के दामों में उतार-चढ़ाव की संभावना
एलपीजी गैस सिलेंडर के दामों में उतार-चढ़ाव एक नियमित प्रक्रिया है, जो अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों और अन्य कारकों पर निर्भर करती है। आने वाले महीनों में इन दामों में और बदलाव देखने को मिल सकते हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में स्थिरता आने से घरेलू बाजार में भी एलपीजी गैस सिलेंडर के दामों में स्थिरता आ सकती है। हालांकि, वैश्विक राजनीतिक और आर्थिक स्थितियों के अस्थिर होने के कारण, ऊर्जा मूल्यों में निरंतर उतार-चढ़ाव की संभावना बनी रहती है।
उपभोक्ताओं के लिए सुझाव और योजनाएं
इस महंगाई के दौर में उपभोक्ताओं को गैस का अधिक कुशलता से उपयोग करना चाहिए। घरेलू उपभोक्ताओं के लिए सरकार की ओर से प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना जैसी कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनके माध्यम से गरीब परिवारों को सस्ती दरों पर एलपीजी गैस कनेक्शन उपलब्ध कराया जाता है। इसके अलावा, डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से सरकार सीधे उपभोक्ताओं के बैंक खातों में सब्सिडी राशि भेजती है। व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को अपने संचालन में ऊर्जा दक्षता बढ़ाने की दिशा में कदम उठाने चाहिए और वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों पर विचार करना चाहिए।
कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर के दामों में हुई वृद्धि व्यापारिक क्षेत्र के लिए चिंता का विषय है, लेकिन घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में स्थिरता आम जनता के लिए राहत की बात है। गैस सिलेंडर जैसी आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में होने वाले बदलावों का सीधा असर लोगों के दैनिक जीवन और व्यवसायों पर पड़ता है। इसलिए, सरकार और पेट्रोलियम कंपनियों को इन कीमतों को नियंत्रित रखने के लिए उचित नीतियां बनानी चाहिए, ताकि आम नागरिकों और व्यवसायों दोनों पर अतिरिक्त बोझ न पड़े। साथ ही, उपभोक्ताओं को भी गैस का कुशलतापूर्वक उपयोग करना चाहिए और ऊर्जा संरक्षण के उपायों को अपनाना चाहिए।