Senior Citizens: वरिष्ठ नागरिकों के जीवन को सुखद और आर्थिक रूप से सुरक्षित बनाने के लिए सरकार ने 2025 में कई महत्वपूर्ण योजनाओं की घोषणा की है। इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य बुजुर्गों को वित्तीय स्थिरता प्रदान करना, उनकी बचत को सुरक्षित रखना और बेहतर जीवनशैली सुनिश्चित करना है। विशेषकर रिटायरमेंट के बाद आय स्रोत सीमित हो जाते हैं, ऐसे में ये योजनाएं वरिष्ठ नागरिकों के लिए वरदान साबित हो सकती हैं। इस लेख में हम ऐसी चार प्रमुख योजनाओं के बारे में विस्तार से जानेंगे, जिनका लाभ उठाकर सीनियर सिटीजन अपने जीवन को और अधिक सुरक्षित और समृद्ध बना सकते हैं।
आयकर छूट सीमा में बड़ा बदलाव
बजट 2025 में सरकार ने सीनियर सिटीजन के लिए आयकर छूट सीमा को बढ़ाकर एक बड़ा राहत पैकेज दिया है। पहले जहाँ वरिष्ठ नागरिकों के लिए 7 लाख रुपये तक की वार्षिक आय पर कोई टैक्स नहीं लगता था, वहीं अब इस सीमा को बढ़ाकर 12 लाख रुपये कर दिया गया है। इसका सीधा मतलब है कि अब 12 लाख रुपये तक की वार्षिक आय पर वरिष्ठ नागरिकों को कोई आयकर नहीं देना होगा। यह निर्णय उन सभी बुजुर्गों के लिए फायदेमंद है, जिनकी पेंशन, निवेश से प्राप्त ब्याज और अन्य स्रोतों से आय होती है। इसके अलावा, सरकार ने टीडीएस (टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स) की सीमा भी 50,000 रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दी है, जिससे फिक्स्ड डिपॉजिट और सेविंग्स अकाउंट पर मिलने वाले ब्याज पर कम टैक्स कटेगा।
सीनियर सिटीज़न सेविंग्स स्कीम (SCSS) – सुरक्षित निवेश का विकल्प
सीनियर सिटीज़न सेविंग्स स्कीम (SCSS) वरिष्ठ नागरिकों के लिए सबसे सुरक्षित और लाभदायक निवेश विकल्पों में से एक है। यह योजना सरकार द्वारा संचालित है, जिसमें 2025 के अनुसार 8.2% की उच्च ब्याज दर प्रदान की जा रही है। इस योजना की अवधि 5 वर्ष की है, जिसे बाद में 3 वर्ष तक और बढ़ाया जा सकता है। इसमें न्यूनतम 1,000 रुपये से लेकर अधिकतम 30 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता है। SCSS का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें निवेश की गई राशि पर हर तीन महीने में नियमित रूप से ब्याज का भुगतान किया जाता है, जो बुजुर्गों के लिए एक निश्चित आय का स्रोत बन जाता है। इसके अलावा, इस योजना में निवेश करने पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की कर छूट भी मिलती है।
नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) – दीर्घकालिक पेंशन सुरक्षा
नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) एक ऐसी योजना है जो वरिष्ठ नागरिकों को रिटायरमेंट के बाद नियमित आय का विकल्प प्रदान करती है। यह एक दीर्घकालिक बचत योजना है, जिसमें निवेशक अपनी जोखिम क्षमता के अनुसार विभिन्न प्रकार के फंड चुन सकते हैं। 2025 में, सरकार ने NPS में निवेश पर टैक्स लाभ की सीमा बढ़ा दी है। अब निवेशक आयकर अधिनियम की धारा 80C और 80CCD(1B) के तहत कुल 2 लाख रुपये तक की कर छूट प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, NPS में निवेश की गई राशि में से आपातकालीन स्थितियों, जैसे गंभीर बीमारी के इलाज के लिए, आंशिक निकासी की सुविधा भी उपलब्ध है। यह योजना उन वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है, जो अपने रिटायरमेंट के बाद भी वित्तीय सुरक्षा चाहते हैं।
स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर बढ़ी टैक्स छूट
बढ़ती उम्र के साथ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और मेडिकल खर्च भी बढ़ जाते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए, सरकार ने 2025 में वरिष्ठ नागरिकों के लिए स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर टैक्स छूट की सीमा में वृद्धि की है। अब आयकर अधिनियम की धारा 80D के तहत, वरिष्ठ नागरिकों द्वारा अपने और अपने माता-पिता (जो भी वरिष्ठ नागरिक हों) के लिए भुगतान किए गए स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर अतिरिक्त टैक्स छूट का लाभ मिलेगा। इसके अलावा, बिना बीमा के मेडिकल खर्चों पर भी टैक्स लाभ प्रदान किया गया है। यह सुविधा विशेष रूप से उन बुजुर्गों के लिए महत्वपूर्ण है, जिन्हें नियमित चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता होती है और जिनके पास हेल्थ इंश्योरेंस नहीं है।
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम – नियमित आय का भरोसेमंद स्रोत
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (MIS) भी वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक आकर्षक निवेश विकल्प है। इस योजना में 2025 के अनुसार 7.4% की ब्याज दर प्रदान की जा रही है। इसमें न्यूनतम 1,000 रुपये से लेकर अधिकतम 9 लाख रुपये (एकल खाते के लिए) तक का निवेश किया जा सकता है। MIS का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें निवेश करने पर हर महीने नियमित आय प्राप्त होती है, जो बुजुर्गों के दैनिक खर्चों को पूरा करने में मदद करती है। यह योजना विशेष रूप से उन वरिष्ठ नागरिकों के लिए उपयुक्त है, जिन्हें अपने घरेलू खर्चों को चलाने के लिए नियमित आय की आवश्यकता होती है।
आरबीआई बॉन्ड्स – सुरक्षित और स्थिर रिटर्न
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी किए गए बॉन्ड्स भी वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक सुरक्षित निवेश विकल्प हैं। 2025 में, इन बॉन्ड्स पर 8.05% की ब्याज दर प्रदान की जा रही है, जो अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में काफी आकर्षक है। RBI बॉन्ड्स की अवधि 7 वर्ष की होती है, और इनमें निवेश करने पर स्थिर और सुरक्षित रिटर्न मिलता है। ये बॉन्ड्स उन वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष रूप से उपयुक्त हैं, जो अपने पैसे को लंबे समय के लिए सुरक्षित निवेश में रखना चाहते हैं और जिन्हें नियमित ब्याज आय की आवश्यकता होती है।
सरकार द्वारा 2025 में घोषित इन योजनाओं ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए आर्थिक सुरक्षा और समृद्धि के नए द्वार खोल दिए हैं। आयकर छूट सीमा में वृद्धि, सीनियर सिटीज़न सेविंग्स स्कीम, नेशनल पेंशन स्कीम और स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर टैक्स छूट जैसी योजनाएं बुजुर्गों के जीवन को और अधिक सहज और सुरक्षित बनाने में मदद करेंगी। इन योजनाओं का लाभ उठाकर, वरिष्ठ नागरिक न केवल अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत कर सकते हैं, बल्कि एक चिंतामुक्त और समृद्ध जीवन भी जी सकते हैं। इसलिए, सभी वरिष्ठ नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे इन योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करें और अपनी आवश्यकताओं के अनुसार सही निवेश विकल्पों का चयन करें।
अस्वीकरण: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। कृपया किसी भी योजना में निवेश करने से पहले सरकारी वेबसाइट या अधिकृत वित्तीय सलाहकार से विस्तृत जानकारी प्राप्त करें। लेख में दी गई जानकारी सरकारी घोषणाओं पर आधारित है, लेकिन समय के साथ नियमों में बदलाव हो सकता है। अंतिम और सटीक जानकारी के लिए आधिकारिक स्रोतों से परामर्श करें।